सोमवार, 24 अक्टूबर 2011

दियना करे उजास

















खेतों में बागो में दियना करे उजास,
मीठी सी लौ भर रही चारो ओर मिठास.

दसो दिशाओं में घुली भीनी-भीनी गंध,
कण-कण पुलकित हो उठे लूट रहे आनंद.

नयी फसल लेकर आयी घर में गुड औ धान,
लईया खील बताशों से अभिनंदित मेहमान.

गेरू गोबर माटी से लिपा पुता है गाँव,
घर से भगे दलिद्दर सर पे रखकर पाँव.

झांझ मजीरा ढोलक बाजे झूम रही चौपाल,
नाचे मन हो बावरा देकर ताल पे ताल.

फूटी मन में फुलझड़िया पूरण होगी आस,
परदेसी पिऊ आ गए गोरी  छुए  अकास.

दीवाली ने कर दिया ज्योतिर्मय संसार,
सबके आँगन में खिले सुख समृद्धि अपार.

14 टिप्‍पणियां:

अनूप शुक्ल ने कहा…

क्या बात है! क्या जलवे हैं उजास के। दीपापली की मंगलकामनायें।

ashish ने कहा…

बहुत सुघर है जी . दलिद्दर तो भगबे करेगा . मनाओ दियादियारी . हमरा शुभकामना हैये है .

Kailash Sharma ने कहा…

बहुत सुन्दर ...दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं !

कविता रावत ने कहा…

दीवाली ने कर दिया ज्योतिर्मय संसार,
सबके आँगन में खिले सुख समृद्धि अपार.
..आमीन!
दीप पर्व की हार्दिक शुभकामना

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…

वाह वाह सर! क्या बात है :)
बहुत ही शानदार लिखा है आपने।

दीपावली की आपको सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएँ!

सादर

Sushil Bakliwal ने कहा…

दीवाली ने कर दिया ज्योतिर्मय संसार,
सबके आँगन में खिले सुख समृद्धि अपार.

उत्तम.

दीपपर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ...

संगीता पुरी ने कहा…

बहुत सुंदर .. दीपावली की शुभकामनाएं !!

Rajesh Kumari ने कहा…

bahut pyaari rachna.diwali ki shubhkamnaye.

Taarkeshwar Giri ने कहा…

Bahut hi sundar .

सागर ने कहा…

bhaut hi khubsurat.... happy diwali....

S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib') ने कहा…

बहुत सुन्दर रचना प्रस्तुत की आपने...
आपको दीप पर्व की सपरिवार सादर बधाईयाँ....

Santosh Kumar ने कहा…

बहुत सुन्दर प्रस्तुति.. गांव कि याद आ गयी.

दिवाली की शुभकामनायें.

मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है.
www.belovedlife-santosh.blogspot.com (हिंदी कवितायेँ)

ramji ने कहा…

हमने दिए जलाये खुशियों के वास्ते

खुशियाँ हम तक आयीं दीवाली के रास्ते





दीपावली की बहुत .......शुभ कम्नाये

Naveen Mani Tripathi ने कहा…

thanks mishra ji bahut achhi rachna hai ...vah bhai vah sprem aabhar .